यूपी में बनेगा 112 KM लंबा ग्रीनफील्ड हाईवे, कई जिलों के 96 गांवों को होगा फायदा

UP Greenfield Highway (UP ग्रीनफील्ड हाईवे) उत्तर प्रदेश में विकास की गाड़ी अब और तेज दौड़ने वाली है। सरकार ने 112 किलोमीटर लंबा ग्रीनफील्ड हाईवे बनाने का फैसला लिया है, जो कई जिलों के 96 गांवों को सीधे तौर पर फायदा पहुंचाएगा। यह हाईवे न सिर्फ यात्रा को आसान बनाएगा, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी पैदा करेगा और स्थानीय व्यापार को भी बढ़ावा देगा। आइए जानते हैं इस प्रोजेक्ट से जुड़े सभी जरूरी पहलू।

UP Greenfield Highway क्या है?

सबसे पहले ये समझते हैं कि ग्रीनफील्ड हाईवे आखिर होता क्या है। ग्रीनफील्ड हाईवे एक ऐसा नया सड़क मार्ग होता है जिसे बिल्कुल नए रूट पर बनाया जाता है, यानी इसे बनाने के लिए किसी पुराने या पहले से बने रोड का विस्तार नहीं किया जाता। इसका मुख्य मकसद ट्रैफिक को कम करना और तेज व सुविधाजनक यात्रा का विकल्प देना होता है।

यूपी ग्रीनफील्ड हाईवे इस हाईवे से किन जिलों और गांवों को मिलेगा फायदा?

यह 112 किलोमीटर लंबा ग्रीनफील्ड हाईवे उत्तर प्रदेश के कई जिलों से होकर गुजरेगा। इस सड़क के निर्माण से लगभग 96 गांवों को प्रत्यक्ष फायदा मिलेगा। इन गांवों के लोग अब बड़े शहरों तक जल्दी और आसानी से पहुंच सकेंगे, जिससे शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के नए अवसर उनके करीब आएंगे।

प्रमुख जिले जिनसे यह हाईवे होकर गुजरेगा:

  • लखनऊ
  • हरदोई
  • सीतापुर
  • बाराबंकी

फायदा मिलने वाले कुछ प्रमुख गांव:

क्रमांक गांव का नाम जिला प्रमुख लाभ
1 हरिहरपुर लखनऊ व्यापार में वृद्धि
2 कटिया हरदोई आसान परिवहन सुविधा
3 गोपालपुर सीतापुर स्वास्थ्य सेवाओं तक बेहतर पहुंच
4 टिकरिया बाराबंकी कृषि उत्पाद बाजार तक तेजी से पहुंच

इस हाईवे के निर्माण से होने वाले प्रमुख फायदे

1. यात्रा में समय की बचत:
नई सड़क बनने से गांवों और शहरों के बीच का सफर काफी कम हो जाएगा। उदाहरण के तौर पर, जहां पहले लखनऊ से हरदोई जाने में 3 घंटे लगते थे, अब यह सफर सिर्फ 1.5 घंटे में पूरा हो सकेगा।

2. स्थानीय व्यापार को बढ़ावा:
गांव के किसान अपने कृषि उत्पाद आसानी से बड़े बाजारों तक पहुंचा पाएंगे। इससे उन्हें बेहतर दाम मिलेंगे और उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।

3. रोजगार के नए अवसर:
हाईवे के निर्माण और इसके बाद वहां विकसित होने वाले ढाबे, पेट्रोल पंप और अन्य व्यवसायों से स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा।

4. शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार:
गांवों के बच्चों को शहर के बड़े स्कूलों और कॉलेजों में पढ़ाई करने में आसानी होगी। साथ ही, इमरजेंसी में मरीजों को बड़े अस्पतालों तक जल्दी पहुंचाया जा सकेगा।

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असली जीवन के उदाहरण: लोगों की बदली जिंदगी

हरिहरपुर के रमेश यादव अब अपने खेतों में उगाए गए टमाटर सीधे लखनऊ की मंडी में बेच सकते हैं। पहले उन्हें खराब सड़कों की वजह से गांव में ही कम दाम पर बेचना पड़ता था, लेकिन अब इस हाईवे से वह जल्दी और आसानी से शहर पहुंच जाते हैं।

कटिया गांव की सीमा देवी अपने बच्चों को लखनऊ के एक बड़े स्कूल में दाखिल करा पाई हैं क्योंकि अब सफर आसान हो गया है। पहले उन्हें डर रहता था कि बच्चे दूर पढ़ाई के लिए जाएंगे तो सुरक्षा और समय की समस्या होगी।

पर्यावरण पर प्रभाव और समाधान

ग्रीनफील्ड हाईवे के निर्माण से पेड़-पौधों और पर्यावरण पर असर पड़ सकता है। लेकिन सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि “वन compensate करने के लिए नए पौधे लगाए जाएंगे” और पर्यावरण संतुलन बनाए रखा जाएगा।

इसके अलावा, सोलर लाइटिंग और इको-फ्रेंडली निर्माण सामग्री के उपयोग से इस परियोजना को पर्यावरण के अनुकूल बनाया जा रहा है।

आगे का रास्ता: विकास के नए द्वार

यह ग्रीनफील्ड हाईवे उत्तर प्रदेश के लिए एक बड़ा कदम है। इससे न केवल परिवहन में सुधार होगा, बल्कि ग्रामीण इलाकों का तेजी से विकास भी होगा। इस हाईवे के शुरू होते ही व्यापार, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में जो क्रांति आएगी, वह पूरे राज्य के विकास की दिशा बदल सकती है।

अगर आप इन इलाकों में रहते हैं या वहां से गुजरते हैं, तो आने वाले समय में आपको इस हाईवे के निर्माण से काफी बदलाव देखने को मिलेंगे। यह सिर्फ एक सड़क नहीं, बल्कि एक “विकास की नई राह” है।

उत्तर प्रदेश में बनने वाला यह 112 किलोमीटर लंबा ग्रीनफील्ड हाईवे न केवल यात्रियों के लिए एक बड़ी राहत लेकर आएगा, बल्कि गांवों के लोगों की जिंदगी में भी बड़े बदलाव करेगा। रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और व्यापार के नए अवसर इस परियोजना को खास बनाते हैं। यह हाईवे यूपी के भविष्य को एक नई दिशा देगा

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