Employees Pension Scheme Update : 58 साल की उम्र तक प्राइवेट नौकरी करने वालों को मिलेगी इतनी पेंशन

(Employees Pension Scheme Update) अगर आप प्राइवेट सेक्टर में काम कर रहे हैं और आपका खाता EPFO (Employees’ Provident Fund Organisation) के अंतर्गत है, तो आपके लिए बड़ी खबर है! EPFO ने हाल ही में Employees’ Pension Scheme (EPS) से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण अपडेट जारी किए हैं। अब 58 साल की उम्र तक नौकरी करने वालों को मिलने वाली पेंशन राशि में बढ़ोतरी की संभावना है।

इस अपडेट के बाद आपकी रिटायरमेंट प्लानिंग और आर्थिक सुरक्षा और भी मजबूत हो सकती है। आइए जानते हैं इस नई योजना के तहत कितनी पेंशन मिलेगी, और यह आपके वेतन और सेवा अवधि पर कैसे निर्भर करता है।

Employees’ Pension Scheme (EPS) क्या है?

1. EPS योजना का परिचय

Employees’ Pension Scheme (EPS) को 1995 में शुरू किया गया था, जिसका उद्देश्य प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद मासिक पेंशन प्रदान करना है। यह योजना EPF के अंतर्गत आती है, और इसमें नियोक्ता का योगदान किया जाता है।

  • न्यूनतम सेवा अवधि: पेंशन के लिए पात्र होने के लिए कम से कम 10 साल की नौकरी जरूरी है।
  • पेंशन शुरू होने की उम्र: 58 साल की उम्र पूरी करने के बाद पेंशन मिलती है।
  • नियोक्ता योगदान: कर्मचारी के वेतन का 8.33% नियोक्ता EPS में जमा करता है।
  • अधिकतम वेतन सीमा: EPS के तहत अधिकतम वेतन सीमा ₹15,000 प्रति माह है (हालांकि इसे बढ़ाकर ₹21,000 करने पर विचार हो रहा है)।

58 साल की उम्र तक प्राइवेट नौकरी करने वालों को कितनी पेंशन मिलेगी?

1. पेंशन कैलकुलेशन का तरीका

EPFO के तहत पेंशन की गणना एक निश्चित फॉर्मूले के अनुसार की जाती है।

पेंशन कैलकुलेशन फॉर्मूला:

मासिक पेंशन=(अंतिम वेतन) × (कुल सेवा वर्ष)70\text{मासिक पेंशन} = \frac{\text{(अंतिम वेतन) × (कुल सेवा वर्ष)}}{70}मासिक पेंशन=70(अंतिम वेतन) × (कुल सेवा वर्ष)​

  • अंतिम वेतन: EPS के तहत अधिकतम ₹15,000 (या प्रस्तावित ₹21,000) तक माना जाता है।
  • सेवा अवधि: नौकरी के कुल वर्षों के अनुसार पेंशन तय होती है।
  • न्यूनतम पेंशन: EPS के तहत न्यूनतम पेंशन ₹1,000 प्रति माह निर्धारित है।

2. उदाहरण से समझें – 58 साल तक नौकरी करने पर कितनी पेंशन मिलेगी?

सेवा अवधि (नौकरी के वर्ष) अंतिम वेतन (₹15,000) मासिक पेंशन (₹15,000 वेतन पर) अंतिम वेतन (₹21,000) मासिक पेंशन (₹21,000 वेतन पर)
10 साल ₹15,000 ₹2,142 प्रति माह ₹21,000 ₹3,000 प्रति माह
20 साल ₹15,000 ₹4,285 प्रति माह ₹21,000 ₹6,000 प्रति माह
30 साल ₹15,000 ₹6,428 प्रति माह ₹21,000 ₹9,000 प्रति माह
35 साल ₹15,000 ₹7,500 प्रति माह ₹21,000 ₹10,500 प्रति माह

नोट: अगर EPS की अधिकतम वेतन सीमा को ₹21,000 तक बढ़ा दिया जाता है, तो पेंशन में और भी अधिक वृद्धि होगी।

EPS के तहत अन्य फायदे

1. फैमिली पेंशन 

अगर पेंशनधारी की मृत्यु हो जाती है, तो उसके परिवार को फैमिली पेंशन का लाभ मिलता है।

  • पत्नी/पति को पेंशन: जीवनभर पेंशन मिलती है।
  • बच्चों को पेंशन: 25 साल की उम्र तक बच्चों को पेंशन दी जाती है।
  • अनाथ बच्चों के लिए विशेष पेंशन: माता-पिता दोनों की मृत्यु की स्थिति में बच्चों को अधिक पेंशन मिलती है।

2. विकलांगता पेंशन 

अगर कर्मचारी नौकरी के दौरान विकलांग हो जाता है, तो उसे जीवनभर पेंशन दी जाती है, भले ही उसने 10 साल की सेवा पूरी न की हो।

3. समय से पहले पेंशन 

कर्मचारी 50 साल की उम्र के बाद भी पेंशन ले सकते हैं, लेकिन इस पर 4% प्रति वर्ष की कटौती होगी।

EPS में पेंशन लेने के लिए पात्रता और आवश्यक दस्तावेज

1. पात्रता मापदंड 

  • EPFO में पंजीकरण: कर्मचारी EPFO के तहत पंजीकृत होना चाहिए।
  • न्यूनतम सेवा अवधि: कम से कम 10 साल की सेवा आवश्यक है।
  • पेंशन शुरू होने की उम्र: पेंशन 58 साल की उम्र पूरी होने के बाद मिलती है।

2. आवश्यक दस्तावेज

दस्तावेज का नाम विवरण
आधार कार्ड/पैन कार्ड पहचान और पते के प्रमाण के लिए आवश्यक।
UAN (Universal Account Number) EPFO खाते से लिंक होना जरूरी।
बैंक खाता विवरण पेंशन राशि के सीधे ट्रांसफर के लिए।
सेवा प्रमाण पत्र नौकरी की अवधि का प्रमाण देने के लिए।
पासपोर्ट साइज फोटो आवेदन फॉर्म के साथ लगाना अनिवार्य।

और देखो : EPFO Salary Hike

EPS पेंशन के लिए आवेदन कैसे करें?

1. ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया

  1. EPFO की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: EPFO Portal।
  2. UAN (Universal Account Number) से लॉगिन करें।
  3. ‘Online Services’ सेक्शन में जाएं और ‘Claim’ विकल्प चुनें।
  4. फॉर्म 10D भरें: पेंशन क्लेम के लिए यह फॉर्म अनिवार्य है।
  5. आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें और सबमिट करें।
  6. क्लेम की स्थिति EPFO पोर्टल पर ट्रैक करें।

2. ऑफलाइन आवेदन प्रक्रिया

  1. नजदीकी EPFO कार्यालय में जाएं।
  2. फॉर्म 10D भरकर जमा करें।
  3. आवश्यक दस्तावेज के साथ फॉर्म सबमिट करें।
  4. प्रोसेसिंग के बाद पेंशन राशि सीधे आपके बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी।

EPS पेंशन के फायदे और चुनौतियां

फायदे चुनौतियां
रिटायरमेंट के बाद नियमित मासिक आय EPS पेंशन की राशि अपेक्षाकृत कम हो सकती है।
फैमिली पेंशन और विकलांगता पेंशन का लाभ। EPS पेंशन पर टैक्स लागू हो सकता है।
कम से कम 10 साल की नौकरी पर भी पेंशन का अधिकार। EPF खाते से पैसा निकालने के बाद EPS प्रभावित हो सकता है।
EPS के तहत लाइफटाइम पेंशन की सुविधा। EPS के नियमों में बदलाव से पेंशन में अस्थिरता आ सकती है।

EPS की तुलना अन्य पेंशन योजनाओं से

पेंशन योजना न्यूनतम योगदान अवधि पेंशन शुरू होने की उम्र मासिक पेंशन (अनुमानित) लाभार्थी
Employees’ Pension Scheme (EPS) 10 साल 58 वर्ष ₹2,142 – ₹9,000 प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारी
Atal Pension Yojana (APY) 20 साल 60 वर्ष ₹1,000 – ₹5,000 असंगठित क्षेत्र के कर्मचारी
National Pension Scheme (NPS) 15 साल 60 वर्ष निवेश पर निर्भर निजी और सरकारी कर्मचारी
LIC जीवन अक्षय VII एकमुश्त निवेश निवेश के तुरंत बाद ₹1,000 – ₹20,000 सभी नागरिक

EPS पेंशन में बढ़ोतरी के प्रस्ताव और भविष्य की योजनाएं

1. अधिकतम वेतन सीमा में वृद्धि

सरकार EPS की अधिकतम वेतन सीमा को ₹15,000 से बढ़ाकर ₹21,000 करने पर विचार कर रही है। इससे पेंशन में 20-30% तक का इजाफा हो सकता है।

2. नियोक्ता योगदान में वृद्धि

नियोक्ता का EPS में योगदान 8.33% से बढ़ाकर 9-10% तक किया जा सकता है, जिससे रिटायरमेंट के बाद मिलने वाली पेंशन में वृद्धि होगी।

3. पेंशन के लिए डिजिटल प्रक्रिया

EPFO पेंशन प्रक्रिया को पूरी तरह से डिजिटल बनाने पर काम कर रहा है ताकि कर्मचारियों को पेंशन क्लेम करने में आसान और तेज प्रक्रिया का अनुभव हो।

कर्मचारियों के लिए सुझाव और तैयारी के टिप्स

  1. UAN नंबर को एक्टिव रखें: EPS पेंशन का लाभ उठाने के लिए आपका UAN नंबर एक्टिव और आधार से लिंक होना चाहिए।
  2. EPF और EPS बैलेंस की नियमित जांच करें: EPFO की वेबसाइट या UMANG ऐप से अपने खाते की स्थिति की जांच करें।
  3. पेंशन क्लेम के लिए सभी दस्तावेज तैयार रखें: पेंशन क्लेम करते समय फॉर्म 10D और आवश्यक दस्तावेज पहले से तैयार रखें।
  4. आवेदन में नॉमिनी जोड़ें: फैमिली पेंशन का लाभ पाने के लिए नॉमिनी की जानकारी अपडेट रखें।
  5. लंबी अवधि तक नौकरी जारी रखें: EPS में अधिक पेंशन पाने के लिए सेवा अवधि को अधिकतम करने की योजना बनाएं।

निष्कर्ष: 58 साल तक नौकरी करने के बाद आर्थिक सुरक्षा का मजबूत आधार

Employees’ Pension Scheme (EPS) के तहत 58 साल तक प्राइवेट नौकरी करने वाले कर्मचारियों के लिए यह आर्थिक सुरक्षा का एक मजबूत साधन है। इस योजना के तहत मिलने वाली पेंशन, फैमिली पेंशन, और विकलांगता पेंशन जैसे फायदे इसे एक आदर्श रिटायरमेंट योजना बनाते हैं।

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