Loan Settlement (लोन सेटलमेंट) : आजकल लोग लोन लेकर अपनी जरूरतें पूरी कर रहे हैं, लेकिन जब समय पर लोन चुकाना मुश्किल हो जाता है, तो कई लोग “लोन सेटलमेंट” का रास्ता अपनाते हैं। हालांकि, यह फैसला लेने से पहले आपको इसके संभावित नुकसान और इसके बाद पड़ने वाले प्रभावों को समझना जरूरी है। इस लेख में हम विस्तार से समझेंगे कि लोन सेटलमेंट क्या होता है, यह कैसे काम करता है, और इससे जुड़ी सावधानियों पर ध्यान क्यों देना चाहिए।
Loan Settlement क्या होता है?
लोन सेटलमेंट एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें बैंक या फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन किसी उधारकर्ता को उनके बकाया लोन को एक तय रकम पर निपटाने (सेटल) का विकल्प देता है। यह आमतौर पर उन मामलों में किया जाता है जहां व्यक्ति के पास लोन चुकाने की क्षमता नहीं होती और बार-बार डिफॉल्ट करने के कारण बैंक को लगने लगता है कि पूरा लोन वसूलना मुश्किल होगा।
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लोन सेटलमेंट के दौरान:
- बैंक और उधारकर्ता के बीच एक समझौता होता है।
- कुल बकाया राशि से कम रकम का भुगतान करके लोन को समाप्त कर दिया जाता है।
- लोन पूरी तरह चुकाने के बजाय एक “सेटलमेंट” राशि बैंक को दी जाती है।
- इस प्रक्रिया के बाद बैंक इसे “सेटल” के रूप में रिपोर्ट करता है, जो आपके क्रेडिट स्कोर को प्रभावित करता है।
लोन सेटलमेंट करने के नुकसान
1. क्रेडिट स्कोर पर बुरा असर
जब आप लोन सेटलमेंट कर लेते हैं, तो यह आपके क्रेडिट स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। क्रेडिट ब्यूरो इसे “सेटल्ड” स्टेटस के रूप में रिपोर्ट करता है, जो भविष्य में नए लोन लेने में परेशानी खड़ी कर सकता है।
- क्रेडिट स्कोर 50-100 पॉइंट तक गिर सकता है।
- बैंक और NBFCs इसे निगेटिव रूप में देखते हैं।
- फ्यूचर में लोन अप्रूवल के चांस कम हो जाते हैं।
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2. फ्यूचर लोन अप्रूवल में दिक्कत
अगर आपने किसी भी प्रकार का लोन सेटल कर लिया है, तो भविष्य में किसी भी बैंक या वित्तीय संस्थान से लोन लेने में समस्या आ सकती है। बैंक आमतौर पर ऐसे ग्राहकों को “हाई-रिस्क” कैटेगरी में डालते हैं और उनका लोन अप्रूव करने से बचते हैं।
- होम लोन, कार लोन, पर्सनल लोन, बिजनेस लोन लेने में दिक्कत आ सकती है।
- कई बार बैंक ऊंचा ब्याज दर चार्ज कर सकते हैं।
- क्रेडिट कार्ड मिलने में भी दिक्कत होती है।
3. ब्याज और अतिरिक्त चार्जेस माफ नहीं होते
हालांकि बैंक लोन सेटलमेंट में कुछ राशि माफ कर देते हैं, लेकिन इसके बावजूद कई बार ब्याज और अन्य चार्जेस पहले से ही जुड़ जाते हैं। इसका मतलब यह है कि आप जितना सोच रहे थे, उससे ज्यादा रकम चुकाने की नौबत आ सकती है।
- कई बार सेटलमेंट के बाद भी कुछ पेनल्टी चार्जेस रहते हैं।
- बैंक अकाउंट होल्ड या लीगल नोटिस भेज सकता है।
- उधारकर्ता को मानसिक तनाव झेलना पड़ सकता है।
4. कानूनी परेशानियां
अगर आपने लोन सेटलमेंट के लिए बैंक से बातचीत की और फिर भी पूरी रकम नहीं चुकाई, तो बैंक आपके खिलाफ कानूनी कार्यवाही कर सकता है। कुछ मामलों में, बैंक वसूली एजेंट्स को भी आपके पास भेज सकते हैं, जिससे मानसिक और सामाजिक दबाव बढ़ सकता है।
- लीगल नोटिस भेजा जा सकता है।
- केस कोर्ट तक जा सकता है।
- बैंक आपके बैंक अकाउंट या अन्य संपत्ति को फ्रीज कर सकता है।
क्या लोन सेटलमेंट से बचने के उपाय हैं?
अगर आप चाहते हैं कि आपको लोन सेटलमेंट करने की जरूरत न पड़े, तो निम्नलिखित उपाय अपनाएं:
1. ईएमआई चुकाने में कठिनाई हो तो पहले बैंक से बात करें
अगर आप किसी भी कारण से लोन की ईएमआई चुकाने में असमर्थ हैं, तो सबसे पहले अपने बैंक से बात करें। बैंक कई बार आपको बेहतर विकल्प दे सकते हैं जैसे:
- ईएमआई रीशेड्यूलिंग
- मोरेटोरियम पीरियड (कुछ महीनों की छूट)
- टॉप-अप लोन का विकल्प
2. बजट प्लानिंग करें
अक्सर लोग अपनी इनकम से ज्यादा खर्च कर लेते हैं और लोन का बोझ बढ़ जाता है। अगर सही समय पर खर्चों को कंट्रोल कर लिया जाए, तो लोन सेटलमेंट जैसी स्थिति से बचा जा सकता है।
- गैर-जरूरी खर्चों को कम करें।
- जरूरत हो तो एक्स्ट्रा इनकम के स्रोत बनाएं।
- इमरजेंसी फंड बनाएं ताकि किसी अनहोनी स्थिति में लोन चुकाने में दिक्कत न हो।
3. लोन रीपेमेंट स्ट्रेटजी अपनाएं
अगर लोन ज्यादा हो गया है, तो आप एक सही रीपेमेंट प्लान बनाकर इसे समय पर चुका सकते हैं। इसके लिए:
- छोटे लोन पहले चुकाने की कोशिश करें।
- अगर संभव हो तो एक लोन को कंसॉलिडेट करके नया कम ब्याज दर वाला लोन लें।
- बकाया ईएमआई को समय पर चुकाने की कोशिश करें।
क्या करना चाहिए अगर लोन सेटलमेंट ही एकमात्र विकल्प हो?
अगर आप लोन सेटलमेंट करने का मन बना चुके हैं, तो कुछ महत्वपूर्ण बातें ध्यान रखें:
- बैंक से लिखित रूप में सेटलमेंट एग्रीमेंट लें।
- यह भविष्य में किसी भी कानूनी परेशानी से बचाने में मदद करेगा।
- सेटलमेंट की पूरी प्रक्रिया को ठीक से समझें।
- कई बार बैंक बाद में अतिरिक्त चार्ज लगा सकते हैं, इसलिए पूरी शर्तें समझें।
- सेटलमेंट के बाद क्रेडिट स्कोर सुधारने की योजना बनाएं।
- समय पर बिल भुगतान करें।
- क्रेडिट कार्ड का सही तरीके से इस्तेमाल करें।
- क्रेडिट स्कोर सुधारने के लिए छोटे लोन लें और समय पर चुकाएं।
लोन सेटलमेंट सुनने में एक आसान तरीका लगता है, लेकिन इसके दूरगामी प्रभाव बहुत गहरे होते हैं। यह आपके क्रेडिट स्कोर को नुकसान पहुंचा सकता है, भविष्य में लोन लेने में दिक्कतें आ सकती हैं, और कानूनी परेशानियां भी हो सकती हैं। इसलिए, अगर संभव हो तो लोन सेटलमेंट से बचने की कोशिश करें और समय पर अपनी ईएमआई चुकाने की आदत डालें। अगर सेटलमेंट के अलावा कोई और रास्ता नहीं बचा है, तो इसे सही तरीके से करें ताकि भविष्य में आपको वित्तीय समस्याओं का सामना न करना पड़े।