दिल्ली-देहरादून Expressway शुरू होने से पहले जान लें कितना देना पड़ सकता है Toll टैक्स, इन लोगों को मिलेगी राहत

Delhi Dehradun Expressway (दिल्ली देहरादून एक्सप्रेस वे) : दिल्ली से देहरादून जाने वाले लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी! दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे (Delhi-Dehradun Expressway) का निर्माण पूरा होने के करीब है, जिससे अब यह यात्रा पहले से कहीं अधिक आसान और कम समय में पूरी हो सकेगी। इस हाई-स्पीड एक्सप्रेसवे के शुरू होने से दिल्ली से देहरादून की दूरी महज 2.5 घंटे में तय की जा सकेगी। लेकिन इसके साथ ही एक बड़ा सवाल भी खड़ा होता है – इस एक्सप्रेसवे पर टोल टैक्स कितना लगेगा और किन लोगों को इसमें छूट मिलेगी? इस लेख में हम इसी पर विस्तार से चर्चा करेंगे।

Delhi Dehradun Expressway की मुख्य विशेषताएँ

इस नए एक्सप्रेसवे की मदद से सफर बेहद आरामदायक और तेज़ होगा। आइए, इसकी कुछ मुख्य विशेषताओं पर नज़र डालते हैं:

  • कुल लंबाई: 210 किलोमीटर
  • यात्रा का समय: केवल 2.5 घंटे (पहले 5-6 घंटे लगते थे)
  • हाई-स्पीड लिमिट: 100-120 किलोमीटर प्रति घंटे
  • इंटरचेंज: 6 बड़े इंटरचेंज बनाए जाएंगे
  • ग्रीन कॉरिडोर: पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए पेड़-पौधे और ग्रीन बेल्ट का निर्माण किया जाएगा
  • जानवरों के लिए विशेष सुविधा: जानवरों के लिए स्पेशल अंडरपास बनाए जाएंगे जिससे वन्यजीवों की सुरक्षा बनी रहे

दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे पर टोल टैक्स कितना होगा?

अब बात आती है सबसे महत्वपूर्ण सवाल की – इस एक्सप्रेसवे पर सफर करने के लिए कितना टोल टैक्स देना होगा? राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के अनुसार, एक्सप्रेसवे पर टोल की दरें गाड़ियों के प्रकार और दूरी के अनुसार तय की जाएंगी।

संभावित टोल टैक्स दरें:

वाहन प्रकार टोल टैक्स (रुपये)
बाइक / दोपहिया ₹100-₹150
कार / हल्के वाहन ₹400-₹500
SUV / MUV ₹600-₹700
बस / ट्रक ₹1200-₹1500
भारी वाहन ₹2000+

(नोट: ये संभावित दरें हैं, आधिकारिक घोषणा के बाद इनमें बदलाव हो सकता है।)

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किन लोगों को टोल टैक्स में छूट मिलेगी?

सरकार ने कुछ विशेष श्रेणियों के लोगों को टोल टैक्स में छूट देने की योजना बनाई है:

  • इमरजेंसी सेवाओं के वाहन: एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड और पुलिस वाहन को छूट मिलेगी।
  • स्थानीय निवासी: जिनका घर एक्सप्रेसवे के नज़दीक है, उन्हें विशेष पास के तहत छूट दी जाएगी।
  • सरकारी अधिकारी और सेना के जवान: ड्यूटी पर तैनात सरकारी और सेना के अधिकारियों को टोल टैक्स में छूट मिल सकती है।
  • इलेक्ट्रिक वाहन: सरकार हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए टोल में रियायत दे सकती है।

नए टोल टैक्स सिस्टम से क्या फायदे होंगे?

दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे पर फास्टैग आधारित टोल कलेक्शन होगा, जिससे यात्रियों को बिना रुके टोल चुकाने की सुविधा मिलेगी। इसके निम्नलिखित फायदे होंगे:

  • ट्रैफिक जाम की समस्या कम होगी, क्योंकि कैश पेमेंट के लिए रुकने की जरूरत नहीं होगी।
  • समय की बचत होगी, क्योंकि गाड़ियाँ बिना रुके टोल प्लाजा पार कर सकेंगी।
  • धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी, क्योंकि हर टोल का रिकॉर्ड डिजिटली रहेगा।
  • ईंधन की बचत होगी, जिससे यात्रियों के पैसे भी बचेंगे।

आम लोगों पर टोल का असर: क्या यह किफायती रहेगा?

अब सवाल यह उठता है कि क्या टोल टैक्स की यह दरें आम जनता के लिए किफायती रहेंगी? चलिए इसे एक उदाहरण से समझते हैं:

उदाहरण:
अगर कोई व्यक्ति दिल्ली से देहरादून कार से जाता है, तो उसे करीब ₹450-₹500 का टोल देना होगा। यदि वह चार लोगों के साथ सफर करता है, तो प्रति व्यक्ति ₹100-₹125 का खर्च आएगा, जो एक AC वोल्वो बस टिकट के बराबर है। लेकिन यदि वह अपनी गाड़ी में जाता है, तो उसका सफर अधिक आरामदायक और सुविधाजनक होगा।

क्या दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे महंगा साबित होगा?

दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे से जुड़े कुछ प्रमुख पहलू:

  • समय की बचत होगी: पहले जहां 5-6 घंटे लगते थे, अब 2.5 घंटे में यात्रा पूरी होगी।
  • सुरक्षा बढ़ेगी: हाईवे को आधुनिक तकनीक से लैस किया गया है जिससे दुर्घटनाओं की संभावना कम होगी।
  • पर्यटन और व्यापार को बढ़ावा मिलेगा: हरिद्वार, ऋषिकेश और मसूरी जैसे पर्यटन स्थलों पर यात्रियों की संख्या बढ़ेगी, जिससे स्थानीय व्यवसायों को फायदा होगा।

हालांकि, कुछ लोगों को टोल टैक्स अधिक लग सकता है, लेकिन जब समय, सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखा जाए, तो यह एक किफायती सौदा ही साबित होगा।

क्या दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे से सफर करना सही रहेगा?

दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के खुलने से उत्तराखंड जाने वाले यात्रियों को एक बेहतरीन सफर का अनुभव मिलेगा। यह न केवल यात्रा को तेज और सुरक्षित बनाएगा, बल्कि इससे पर्यटन और व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा। हालांकि, टोल टैक्स की राशि कुछ लोगों को अधिक लग सकती है, लेकिन यह एक लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टमेंट की तरह है, जिससे सफर का अनुभव काफी बेहतर होगा।

अगर आप अक्सर दिल्ली से देहरादून या उत्तराखंड की यात्रा करते हैं, तो यह एक्सप्रेसवे निश्चित रूप से आपके लिए एक सुविधाजनक और समय बचाने वाला विकल्प होगा। आपका क्या विचार है? क्या यह टोल दरें उचित हैं? हमें कमेंट में बताइए!

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